को बचाना समय की मांग है, अतिश्योक्ति नहीं होगी। लालच और स्वार्थ से प्रेरित मनुष्य की सभी गतिविधियों ने पृथ्वी को भारी नुकसान पहुँचाया है। इसे पर्यावरण के साथ-साथ हमारे वातावरण की विभिन्न स्वरूपों को भी प्रभावित करने का काम कर रहा है। इन गतिविधियों के कारण हम लगभग सभी प्राकृतिक संसाधन प्रदूषित कर चुके हैं।
समय के साथ
जब ये सभी संसाधन खतरे में होंगे, तो स्वाभाविक रूप से सभी प्राणी का जीवन खतरे में पड़ जाता है।
का जीवन खतरे में पड़ जाएगा। इसलिए हमें हर कीमत पर पृथ्वी को बचाना होगा। बाकी सभी मुद्दे गौण हैं और पृथ्वी को बचाना मुख्य चिंता हैं की क्योंकि हम पर्यावरण को प्रदूषित करते जा रहे हैं।
पृथ्वी एकमात्र ऐसा ग्रह है जिस पर जीवन कायम रह सकता है। हमारे पास कोई ग्रह भी नहीं है जिस पर हम जा सकें। यह पृथ्वी को बचाने और हमारे जीवन को बचाने के लिए इसे और अधिक गंभीर बनाता है। अगर हमने अभी सख्त कदम नहीं उठाए तो हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को हमेशा के लिए पृथ्वी और पर्यावरण के बारे में और उसके परिस्थितियों के बारे में ना बता पाएंगे। सभी को समान उद्देश्यों के लिए एक साथ आना चाहिए, क्योंकि हम सबसे पहले इस ग्रह के निवासी है
पृथ्वी को कैसे बचाएं जा सकता है सभी मानवीय गतिविधियाँ अन्य जीवों के जीवन को प्रभावित कर रही हैं, इसलिए मनुष्यों को केवल पृथ्वी और उसके संसाधनों की रक्षा के लिए कदम उठाने की आवश्यकता है। हर किसी की ओर से थोड़ा सा प्रयास बहुत काम आएगा। यदि एक आदमी बोतलबंद पानी पीना बंद करने का निर्णय लेता है, तो हजारों प्लास्टिक पीने से बचाया जा सकता है।इसके अलावा, इन दिनों तेजी से हो रही वनों की कटाई की भरपाई के लिए हम अधिक पेड़ अपनी जन्मदिन पर तथा अपनी कोई पार्टी फंक्शन पर एक पौधे लगाकर इस पर्यावरण को हम बचा सकते हैं लगाकर शुरुआत कर सकते हैं। जब हम अधिक पेड़ लगाते हैं, किस प्रकार से पारिस्थितिक तंत्र में बहुत सारे सुधार होंगे और हम पर्यावरण को बच्चा भी सकते है।
हम जीवन की गुणवत्ता में सुधार कर सकते हैं।
इसी तरह हमें पानी की बर्बादी भी रोकनी होगी। जब इसे व्यक्तिगत स्तर पर किया जाएगा, तो इससे जल संरक्षण पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा। हमें अपने जलस्रोतों में कूड़ा-कचरा डालकर उसे प्रदूषित नहीं करना चाहिए। पृथ्वी को बचाने के लिए सरकार और व्यक्तियों को एक साथ आना होगा। हम लोगों को पृथ्वी को न बचाने के परिणामों से अवगत करा सकते हैं।
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Vikram kumar