पाठ 4
1 समान्यतः किसी घर में इन कार्यों को लड़का या लड़की कौन करता है ।
(1) मेहमान के लिए एक गिलास पानी लाना।
उत्तर:- लड़का
(2) मां के बीमार होने पर डॉक्टर को बुलाना।
उत्तर:- लड़का
(3) घर की खिड़की दरवाजे की सफाई करना।
उत्तर:- लड़की
(4) पिताजी की मोटर साइकिल साफ करने में मदद करना।
उत्तर:- लड़का
(5) बजार से चीनी खरीदना ।
उत्तर:- लड़का
(6) किसी आगंतुक के आने पर दरवाजा खोलना।
उत्तर:- लड़की
2 आपके परिवार या आस- पड़ोस में क्या लड़कियों और लड़कों में भेद होता है ? आपकी समझ से यह भेद किस प्रकार होता है?
उत्तर:- हम सबके घर के आस-पड़ोस में लड़के और लड़कियों में भेद-भाव देखा जाता है लोग अपने लड़कियों और लड़कों में भेद करते हैं वे अपने पहनावे खान-पान खेल-कूद आदि में भी भेदभाव करते हैं लड़का खेलकूद में आगे आने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है और उसकी जो भी फरमाइश होती है उसको पूरा किया जाता है परंतु लड़कियों के ऊपर ध्यान नहीं दिया जाता है उसकी पसंद - नापसंद कुछ खास ध्यान नहीं रखा जाता है लड़कों की तरह उनकी किसी बात को तुरंत पूरा नहीं किया जाता है लड़कियों को हमेशा यह सिखाया जाता है कि उन्हें बड़े होकर दूसरे के घर जाना है इसीलिए उन्हें घर के सारे काम -काज करने चाहिए यह एक विभेदीकरण का बहुत बड़ा कारण है।
3 महिलाओं की तुलना में पुरुषों का काम क्या ज्यादा मूल्यवान होता है अगर नहीं तो क्यों?
उत्तर:- मेरा मानना है कि महिलाओं की तुलना में पुरुषों का काम ज्यादा मूल्यवान नहीं होता है हमारे समाज में पुरुषों के कामों को ज्यादा मूल्यवान इसलिए माना जाता है क्योंकि वह घर के बाहर जाकर काम करते हैं।
महिलाओं को घरेलू कार्यों को सीखने के लिए उन्हें पैसा खर्च नहीं करना पड़ता है इन कामों को करना तो महिलाओं का स्वभाव होता है इसीलिए महिलाओं का कार्य मूल्यवान माना जाता हैं।
आज के समय महिलाएं पुरुषों की तरह पढ़ाई भी करती हैं और कामों को भी सीखते हैं और उन्हीं की तरह घर से बाहर जाकर काम भी करती है सिर्फ पुरुष ही काम करते हैं और महिलाएं नहीं इन सारी कार्यों के साथ-साथ वह घर के कार्यों को भी संभालती है और अपने परिवार को भी संभालती है इसलिए मेरा कहना है कि पुरुष से ज्यादा महिलाओं का कार्य मूल्यवान है
5 अगर आपकी मां घर का काम दो दिनों के लिए आपको सौपे दे तो उन कार्यों को करने में क्या समस्या उत्पन्न हो सकती है।
उत्तर:- अगर मेरी मां घर का काम दो दिनों के लिए मुझ पर सौंप देती है तो हमें बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है सारा काम तो करना ही पड़ता है और घर का चौका -बर्तन भी करना पड़ता है खाना भी बनाना पड़ता है जो कि टेस्टी नहीं बनता है साफ-सफाई भी करना पड़ता है और जब मां आती है तो अस्त-व्यस्त कामों को देख कर बहुत गुस्सा होती है।