उत्तर :- प्रस्तुत पाठ हमारी हिंदी पाठ्यपुस्तक गोधूलि भाग 2 के काव्य खंड के अक्षर-ज्ञान शीर्षक कविता से लिया गया है जिसके कवयित्री अनामिका जी है
कविता में तीन उपस्थितिया हैं।
बच्चा ,मां और बेटा क्योंकि बच्चा लिखता है तथा ङ में ड को माँ तथा (.)को उसकी गोदी में बैठा बेटा मान लेता है इस प्रकार तीनों उपस्थितिया हैं।
2 कविता में क विवरण स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:- प्रस्तुत पाठ हमारी हिंदी पाठ्यपुस्तक गोधूलि भाग 2 के काव्य खंड के अक्षर-ज्ञान शीर्षक कविता से लिया गया है
जिसके कवयित्री अनामिका जी है क चौखट में नहीं अटता कबूतर ही तो है पंक्ति से उतरकर फुदक जाता है अर्थात नहीं लिखता है।
3 खालिस बेचैनी किसकी है बेचैनी का क्या अभिप्राय है।
उत्तर:- प्रस्तुत पाठ हमारी हिंदी पाठ्यपुस्तक गोधूलि भाग 2 के काव्य खंड के अक्षर-ज्ञान शीर्षक कविता से लिया गया है
जिसके कवयित्री अनामिका जी है खालिस बेचैनी खरगोश की है बेचैनी का अभिप्राय है अविरल लगातार बिना चैन के लिए।
4 बेटे के लिए ङ क्या हैं और क्यों?
उत्तर:- प्रस्तुत पाठ हमारी हिंदी पाठ्यपुस्तक गोधूलि भाग 2 के काव्य खंड के अक्षर-ज्ञान शीर्षक कविता से लिया गया है जिसके कवयित्री अनामिका जी है बेटे के लिए ङ माँ हैं तथा (.) माँ की गोद में बेटा क्योंकि ड के आगे (.) का उपयोग किया जाता हैं
अर्थात माँ की गोद में बेटे को बैठाया जाता है।
5 बेटे के आंसू कब आते हैं और क्यों?
उत्तर:- प्रस्तुत पाठ हमारी हिंदी पाठ्यपुस्तक गोधूलि भाग 2 के काव्य खंड के अक्षर-ज्ञान शीर्षक कविता से लिया गया है जिसके कवयित्री अनामिका जी है
जब मां बेटा दोनों को साधने लिखने की बात हुई तो अनवरत कोशिश करता है कोशिश के बावजूद विफलता आने पर आंसू छलक जाते हैं क्योंकि एक बेटा को एक मां गोद में रखती है तो दूसरी मां उसे लिखने के लिए बाध्य किए हुए हैं।
6 कविता के अंत में कवित्री शायद अवयव का क्यों प्रयोग करती है स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:- प्रस्तुत पाठ हमारी हिंदी पाठ्यपुस्तक गोधूलि भाग 2 के काव्य खंड के अक्षर-ज्ञान शीर्षक कविता से लिया गया है जिसके कवयित्री अनामिका जी है
शायद अव्यय का प्रयोग कवयित्री संभवित को दर्शाने हेतु करती है हुआ होगा ऐसा ही जब सृष्टि के विकास में उसी प्रकार की विफलता पर रोने के बाद मनुष्य को और कुछ सोचने का अवसर मिला होगा अर्थात विफलता में चिंता शक्ति का विकास हो पाता है।
7 कविता किस तरह एक सांत्वना और आशा जगाती है विचार करें?
उत्तर:- प्रस्तुत पाठ हमारी हिंदी पाठ्यपुस्तक गोधूलि भाग 2 के काव्य खंड के अक्षर-ज्ञान शीर्षक कविता से लिया गया है जिसके कवयित्री अनामिका जी है
कविता में बताया गया है कि विफलता के बाद मनुष्य चिंतनशील हो जाता है उसे कुछ अधिक सोचने पर मजबूर होना पड़ता है जो उसके बौद्धिक विकास में सहायता करता है जो एक सांत्वना आशा जगाती है विफलता के बाद मिलने वाली सफलता का रूप विकसित होती है।