उत्तर:- प्रस्तुत पाठ गोधूलि भाग 2 से उद्धृत है इस पाठ का नाम विष के दांत हैं और लेखक का नाम नलिन विलोचन शर्मा है कहानी का शीर्षक सार्थक हैं। सांप के दातों में दो विष के दांत होते हैं यदि वह दांत टूट जाता है तो वह सांप भी विषहीन हो जाता है सेन साहब का खोखा सांप की तरह ही विषैला था वह अपने समाने किसी को कुछ नहीं समझता था किसी पर भी रोब जमा देता। किसी की भी पिटाई कर देता था सांप की भाती फुफकारने वाला सेन साहब का वह पुत्र काशू मदन से मार ऐसा खाया कि पुनः वह गली में आकर किसी पर फुफकार भी नहीं कर सकता । मानो उसके विष के दांत मदन ने तोड़ डालें हों।
2. सेन साहब के परिवार में बच्चों के पालन-पोषण में किए जा रहे लींग आधारित भेद - भाव का अपने शब्दों में वर्णन कीजिए।
उत्तर:-प्रस्तुत पाठ गोधूलि भाग 2 से उद्धृत है इस पाठ का नाम विष के दांत हैं और लेखक का नाम नलिन विलोचन शर्मा है सेन साहब के परिवार में पांच बेटी और एक बेटा हैं । सेन साहब पत्नी सहित बेटा को अधिक प्यार करते है अगर कोई गलती भी बेटा कर देता तो उसको आनंद आता था क्यों नहीं आनंद आता बेटा को भविष्य में इंजीनियर बनाने का दिव्यस्वप्न जो देख रहे थे । परंतु बेटी तो उनके हाथों की मानोकठपुतली हो हरेक समय माता -पिता की आज्ञा के पालन में तत्पर रहा करती थी ।सभ्य और सुशील बेटी के प्रति सेन दंपति का इतना प्यार नहीं दिखता जितना उनके बेटे के लिए दिखते सुशील की प्रतिमूर्ति वह बेटियां भी कुछ बन सकती थी । सेन साहब का परिवार बच्चों के पालन पोषण में लिंग भेदभाव करता है।
3.खोखा किन मामलों में अपवाद था?
उत्तर:- प्रस्तुत पाठ गोधूलि भाग 2 से उद्धृत है इस पाठ का नाम विष के दांत हैं और लेखक का नाम नलिन विलोचन शर्मा है खोखा जीवन के नियम और घर के नियमों के मामले में अपवाद था।
4.सेन दंपती खोखा में कैसी संभावनाएं देखते थे और उन संभावनाओं के लिए उन्होंने उसकी कैसी शिक्षा तय की थी?
उत्तर:- प्रस्तुत पाठ गोधूलि भाग 2 से उद्धृत है इस पाठ का नाम विष के दांत हैं और लेखक का नाम नलिन विलोचन शर्मा है सेन दंपत्ति अपनी खोखा के दुरार व्यव्हार से व उसके तोड़फोड़ की हरकतों से इंजीनियर बनाने की संभावना देखते थे उन संभावनाओं के लिए उन्हें ने उसकी शिक्षा के लिए बढ़ाई मिस्त्री को बुलाकर ठोक-ठाक सिखाने के लिए तय किया था।
5.(क) लड़कियां क्या है कठपुतली है और उनके माता-पिता को इस बात का गर्व है
उत्तर:- प्रस्तुत पंक्ति हमारे पाठ्य पुस्तक गोधूलि भाग- 2 से उद्धृत है । इस पाठ का नाम विष के दांत हैं और लेखक का नाम नलिन विलोचन शर्मा कहानी प्रसंग में कहानीकार सेन दंपति के पांच और लड़की अत्यंत, सुशील, सभ्य, और अनुशासित है इस बात की पुष्टि की है पंक्ति में लिखते हुए कहा है लड़कियां क्या है कठपुतलियां हैं और उनके माता-पिता को इस बात का गर्व है पांचों लड़कियां माता-पिता के कथनानुसार और इशारे पर चलने वाली पांचों बच्ची सेन साहब को गर्व है।