अध्यापक पेशा या व्यवसाय नहीं बल्कि समाज के प्रति सेवा के लिए समर्पित है ।
एक शिक्षक ही देश को स्वालबी बनाकर बुलंदी पर पहुँचता हैं। अध्यापक ही अपने बालकों में चरित्र निर्माण व्यवहार आदि में परिवर्तन करके व्यक्तित्व का निर्माण करता है बालक को सही मार्गदर्शन अध्यापक के द्वारा ही संभव है शिक्षा की व्यवस्था की सफलता अध्यापक पर ही निर्भर है एक अच्छा शिक्षक ही अच्छे समाज का निर्माण करता है।
डॉ● एस राधाकृष्णन के अनुसार:- अध्यापक का समाज में महत्वपूर्ण स्थान है वह एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को बौद्धिक संस्कृतियो और तकनीकी कौशल को पहुंचाने के मुख्य भूमिका अदा करता है और सभ्यता के दीपक को चलाये रखता है।