सुमित्रानंदन पंत क्लास 10th हिंदी क्वेश्चन आंसर pdf
भारत माता प्रश्न उत्तर संपूर्ण।
भारतमाता क्वेश्चन आंसर पाठ 5 भारतमाता गोधूलि भाग 2 बिहार बोर्ड कक्षा 10
भारतमाता कविता लेखक परिचय
कविता परिचय :- प्रस्तुत पाठ हमारे हिंदी पाठ्य पुस्तक गोधूलि भाग 2 से लिया गया है पाठ का नाम भारतमाता और लेखक का नाम सुमित्रानंदन पंत जी द्वारा रचित काव्य ग्राम्य से संकलित किया गया है जिसमें भारत की तत्कालीन स्थिति का यथार्थ चित्रण प्रदर्शन किया गया है भारत कभी विश्व का सर्वश्रेष्ठ देश गिना जाता था वर्तमान को देखकर भारत देश की श्रेष्ठता हम स्वीकार करने के लिए उधमुख नहीं हो सकते ।
1 कविता के प्रथम अनुच्छेद में कई भारत माता का कैसा चित्र प्रस्तुत करता है।
उत्तर:- प्रस्तुत पाठ हमारे हिंदी पाठ्य पुस्तक गोधूलि भाग 2 से लिया गया है पाठ का नाम भारतमाता और लेखक का नाम सुमित्रानंदन पंत हैं।
कविता के प्रथम अनुच्छेद में कवि भारतमाता को ग्रामवासनी रूप में चित्र प्रस्तुत किया है
जिसमें भारत माता का वर्ण खेत के हरिमता के दर्शाने और श्यामलता हैं
धूल धुस्सित भारत माता का आंचल हैं ।
और गंगा- जमुना ये दो आंख हैं तथा उनके जल भारत माता के आंसू हैं
भारत माता की मिट्टी की मूर्ति जौसी उदासीन है।
2 भारत माता अपने घर में प्रवासिनी क्यों बनी हुई है?
उत्तर:- प्रस्तुत पाठ हमारे हिंदी पाठ्य पुस्तक गोधूलि भाग 2 से लिया गया है पाठ का नाम भारतमाता और लेखक का नाम सुमित्रानंदन पंत हैं। गरीबी से चेतनहीन जैसे युग में गुलामी रूपी तन में भारत को अंग्रेजों ने गुलामी की जंजीर में जकड़ रखा था। परतंत्रता की बेड़ी में जकड़ी, काल के कुचक्र मे गये अत्याचार को देख रही थी भारतमाता अपने ही घर में प्रवासिनी बनी है।
3 कविता में कभी भारत वासियों का कैसा चित्र खींचता है?
उत्तर:- प्रस्तुत पाठ हमारे हिंदी पाठ्य पुस्तक गोधूलि भाग 2 से लिया गया है पाठ का नाम भारतमाता और लेखक का नाम सुमित्रानंदन पंत हैं
भारतवासियों के तन पर कपड़े नहीं है उनके भरपेट भोजन नहीं मिल रहा है वे शोषित निहथे हैं अज्ञानी है असभ्य है अशिक्षित है निर्धन है इस प्रकार नग्न शोषित
मूढ़ ,असभ्य ,
अशिक्षित और निर्धन के रूप में कवि ने भारतवासियों का चित्र एक रेखा के चित्र खींचा हैं।
4 भारत माता का हास राहु ग्रसित क्यों दिखाई पड़ता है?
उत्तर:-प्रस्तुत पाठ हमारे हिंदी पाठ्य पुस्तक गोधूलि भाग 2 से लिया गया है पाठ का नाम भारतमाता और लेखक का नाम सुमित्रानंदन पंत हैं भारतमाता स्वर्णिम
फसल विदेशियों के पैर तले रौदा जा रहा है
धरती जैसी सहनशील होकर भी भारतमाता का मन कुंठित हो गया है रुलाई से
कपता हुआ मौन मुस्कान वाली भारतमाता का ह्रास भी राहु ग्रसित लग रही है।
5 कभी भारत माता को गीता प्रकाशनी मानकर भी ज्ञान मूढ़ क्यों कहता है।
उत्तर:- प्रस्तुत पाठ हमारे हिंदी पाठ्य पुस्तक गोधूलि भाग 2 से लिया गया है
पाठ का नाम भारतमाता और लेखक का नाम सुमित्रानंदन पंत हैं
भारतमाता के भौंह चिह्न युक्त दिख रही की हैं दिशाएं अंधकार से ढके हैं गुलामी के कारण आंखें झुकी है
आकाश वाष्प से अच्छादित है भारत माता मुख्य- मंडल की शोभा कलंकित चंद्रमा से उपमा देने योग्य है ।
इसलिए गीता प्रकाशनी में भारत माता के कवि को ज्ञान मूढ़ कहा है।
6 कवि के दृष्टि में आज भारतमाता का तब संयम क्यों सफल है।
उत्तर:- प्रस्तुत पाठ हमारे हिंदी पाठ्य पुस्तक गोधूलि भाग 2 से लिया गया है पाठ का नाम भारतमाता और लेखक का नाम सुमित्रानंदन पंत हैं
भारतमाता अपनी संतानो भारतवासियों को अहिंसा रूपी दूध अपने स्तन से पिलाई है
जो अहिंसा जन के मन का भाय
दूर करता है तथा संसार वालो की अज्ञानता और भ्रम को दूर करने वाली है भारत अहिंसा को प्राप्त कर स्वतंत्रता प्राप्ति की ओर अग्रसर हो रहा है इसलिए कवि की दृष्टि में आज भारतमाता तप - संयम सफल हो गया है।
7 स्वर्ण शस्य पर-पद-तल लुंठित, धरती-सा सहिष्णु मन कुंठित’ ।
उत्तर:- प्रस्तुत पाठ हमारे हिंदी पाठ्य पुस्तक गोधूलि भाग 2 से लिया गया है पाठ का नाम भारतमाता और लेखक का नाम सुमित्रानंदन पंत हैं ।
इस कविता में गुलामी से पीड़ित भारतवर्ष को
माता के रूप में
मानवीकरण करके तत्कालीन भारत की स्थिति का मार्मिक चित्र खींचा गया है।
कभी भारत अपनी महता के कारण महत्वपूर्ण इतिहास रचा था।
भारत का ऐतिहासिक महत्व चाहे जितना रहा हो परंतु वर्तमान को देखकर भारत के इतिहास पर कोई विश्वश नहीं कर सकता है इसका कारण भारत का गुलाम होना था। यहां पर स्पष्ट किया गया।
8 चिंतित भृकुटि क्षितिज तिमिरांकित, नमित नयन नभ वाध्याच्छादित।
उत्तर:- प्रस्तुत पाठ हमारे हिंदी पाठ्य पुस्तक गोधूलि भाग 2 से लिया गया है पाठ का नाम भारतमाता और लेखक का नाम सुमित्रानंदन पंत हैं कवि के द्वारा कहा जा रहा है
अंग्रेजों के अत्याचार और शोषण से लोग उदास, निराश और हताश हो गए हैं। इससे वातावरण में घोर निराशा की छाप छोड़ गई है। देशवासियों की इस मनोदशा को देखते हुए कवि आश्चर्यचकित हो जाते हैं कि उन लोगों के मुख की उपमा चन्द्रमा से दी जाती थी और जिन देशों में गीता जैसे प्रेरक ग्रंथ की रचना हुई थी, वहाँ के लोग अज्ञानता और मूर्खता के कारण गुलाम हो गए हैं।
Bihar Board Class 10th Hindi kvita Chappter 5 भारतमाता प्रश्र उत्तर व्याख्या संपूर्ण।
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भारत माता प्रश्न उत्तर संपूर्ण।
भारतमाता क्वेश्चन आंसर पाठ 5 भारतमाता गोधूलि भाग 2 बिहार बोर्ड कक्षा 10
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